गर्भवती महिलाओं की देखभाल एवं सावधानियां

एक महिला के लिए मां बनने का एहसास जीवन के सबसे सुखद एहसास में एक होता है। गर्भावस्था के 9 महीने में एक महिला को कई प्रकार के शारीरिक और मानसिक बदलाव के साथ तकलीफों का भी सामना करना पड़ता है। इसी नाजुक स्थिति में महिलाओं को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत होती है इसलिए उन्हें पहली तिमाही में हर महीने में जांच कराना चाहिए। गर्भावस्था के शुरुआती 3 महीने अहम सुबह के वक्त बुखार जी मचल आना कमजोरी लगना कम भूख लगना थकावट रहना उल्टी जैसी शिकायत कई इसी दौरान होती है लेकिन कई महिलाएं शुरूआती 3 महीने को काफी हल्के में लेती है| जबकि इसी दौरान गर्भ में शिशु का विकास होना जरूरी होता है जाहिर है इसी दौरान शरीर के बदलाव होने लगते हैं| खाने के स्वाद और त्वचा में भी बदलाव आने लगते हैं मानसिक रूप से चिड़चिड़ापन स्वभाविक है| लगातार भावनाओं का उतार-चढ़ाव बना रहता है गर्भावस्था में शारीरिक परिवर्तन चौथे महीने में पेट में संकुचन और दर्द दूसरी तिमाही से त्वचा की रंगत में परिवर्तन त्वचा में कालापन आना शुरू हो जाता है| मां के फेफड़े और अधिक हवा लेना शुरू कर देते हैं ताकि पेट म...