कोर्ट का आर्डर न मानने पर क्या होता है? Contempt of court


contempt of court इन हिंदी, contempt of court types

आप ने कभी ना कभी कही न कही Contempt of court के बारे में जरुर सुना हो होगा की अगर कोई शक्स कोर्ट आदेश का पालन नही करता है तो उस के उपर contempt of court का चार्ज लगया जाता है और उस को सजा भी मिलती है, लकिन आखिर ये contempt of court होता क्या है| तो दोस्तों हम ये ही जानेगे की contempt of court क्या होता है और guilty पाए जाने वाले शक्स को कितनी सजा मिलती है तो  बने रहिये हमारे साथ|

Contempt of court दो प्रकार का होता है


  • Civil Contempt
  • Criminal Contempt

Civil Contempt

जब कोई अदालत का आदेश हो ये फिर कोई जजमेंट, डिग्री हो और उस का तह सीमा में पालन न हुआ हो तो ये मामला Civil Contempt of court का बनता है Civil Contempt of court के मामलो में पली पार्टी अदालत को सूचना देती है की दूसरी पार्टी कोर्ट के आदेश का पालन नही कर रही है तब court उस दूसरी पार्टी को एक नोटिस जरी करती है| जिस में कोर्ट के आदेश के पालन करने की ड्यूटी होती है| दूसरी पार्टी को जबाब देना होता है अगर दूसरी पार्टी जवाब से कोर्ट satisfied हो जाता है तो ये कारवाही व्ही खतम हो जाती है| लेकिन दूसरी पार्टी के जबाब से कोर्ट satisfied नही होता है तो दूसरी पार्टी के ऊपर  Contempt of court चार्ज लगया जाता है और कारवाही आगे पड़ती है|

Criminal Contempt

अगर कोई शक्स कोर्ट या फिर court adjudication को चुनोती दिता है या उस की reputation को धूमिल कने की कोशीस करता है, कोर्ट के मन समान को निचा दिखाने की कोशिस, कोर्ट की किसे कारवाही में दखल ये खलल डालता है तो ये मामला  Criminal Contempt of court का बनता है| एस तरह हरकत लिख कर की जाए या बोल कर की जाये या फिर अपने हाउ भाव एसा किया जाये ये तमाम हरकते Criminal Contempt of court के दाइरे में आती है| एस तह के मामले जेसे ही कोर्ट के सामने आते है तो कोर्ट एसा करने वालो को एक नोटिस जारी करता है और उस के उपर करवाई की जाएगी| जब वो शक्स अदालत में अपनी सफाई पेश करता है किए बार वो बिना शर्त के माफ़ी भी मांग लेता है तब ये अदालत पर डिपेंड करता है की उस की माफ़ी को accept करे या न accept करे| अगर उस की माफ़ी को accept कर लिया जाता है तो अदालत की कारवाही वही ख़त्म हो जाती है| अगर ऊस की माफ़ी को accept नही किया जाता है| तब उस के उपर  Contempt of court का चार्ज लगया जाता है और कारवाही शुरु होती है|

Contempt of court पर कितनी सजा

punishment for contempt of court in india, criminal contempt of court in indiaContempt of court act15 के तहत contempt of court के मामलो को पहले advocate general को refer किया जाता है advocate general राज्य सरकार का एक क़ानूनी सलाहकार होता है और उन की recommendation के बाद मामले को सामने लाया जाता है| सुनवाई के दोरान पेश किए गए facts को देखते हुए  high court या supreme court उस शक्स को contempt of court के दोषी पाए जाने पर जादा से जादा 6 माह की सजा दी जा सकती है या फिर 2,000 का जुर्माना लगा सकती है या फिर सजा और जुर्माना दोनों का फेसला कर सकती है| 

Comments

  1. CGIT CUM LABOUR COURT AHMEDABAD NE MERI NOKRI REGULAR KARNE KA ORDER KIYA LEKIN MERA DIPARTMENT NE HIGH COURT GUJARAT ME CHALENGE KIYA HE LEKIN HIGH COURT NE CGIT COURT KE ORDER KO STAY NHI KIYA TO ME KIYA KARSAK TA HU PLZ

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